22 अक्टूबर का इतिहास | History of October 22
देश और दुनिया के इतिहास में आज के दिन की महत्वपूर्ण घटनाएं
22 अक्टूबर की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ
- 1601: किंसले की लड़ाई में आयरिश सेना ने अंग्रेजों को हराया, जिससे नौ साल का युद्ध समाप्त हुआ।
- 1777: अमेरिकी क्रांतिकारी युद्ध के दौरान रेड बैंक की लड़ाई में अमेरिकी सेना ने अंग्रेजों को हराया।
- 1797: आंद्रे-जैक्स गार्नेरिन ने गर्म हवा के गुब्बारे से पहली सफल पैराशूट छलांग लगाई।
- 1825: लंदन विश्वविद्यालय की स्थापना हुई।
- 1836: सैम ह्यूस्टन का टेक्सास गणराज्य के पहले संवैधानिक रूप से निर्वाचित राष्ट्रपति के रूप में उद्घाटन हुआ।
- 1862: राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने मुक्ति उद्घोषणा जारी करते हुए घोषणा की कि संघीय राज्यों में विद्रोह करने वाले सभी दास स्वतंत्र हैं।
- 1926: अर्नेस्ट हेमिंग्वे का पहला उपन्यास, द सन आल्सो राइजेज, प्रकाशित हुआ।
- 1962: राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी ने क्यूबा मिसाइल संकट के संबंध में राष्ट्र को संबोधित किया, क्यूबा की नौसैनिक नाकाबंदी की घोषणा की और द्वीप से सोवियत परमाणु मिसाइलों को हटाने की मांग की।
- 1979: ईरान के शाह ने निर्वासन के लिए देश छोड़ा, जिससे पहलवी राजवंश का अंत हुआ।
- 1981: व्यावसायिक वायु यातायात नियंत्रण संगठन (PATCO) को उसके सदस्यों की हड़ताल के बाद संघीय सरकार द्वारा अप्रमाणित कर दिया गया।
- 1998: मैथ्यू शेपर्ड अधिनियम कानून में हस्ताक्षरित किया गया, जिससे किसी को उनके यौन रुझान या लिंग पहचान के कारण हिंसा के लिए निशाना बनाना एक संघीय अपराध बन गया।
- 2008: भारत ने अपना पहला चंद्र मिशन, चंद्रयान-1 लॉन्च किया।
अंतर्राष्ट्रीय हकलाना जागरूकता दिवस
22 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय हकलाहट जागरूकता दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन की स्थापना 1998 में इंटरनेशनल स्टटरिंग एसोसिएशन (आईएसए) द्वारा हकलाने के बारे में जागरूकता बढ़ाने और हकलाने वाले लोगों की स्वीकृति और समझ को बढ़ावा देने के लिए की गई थी।
हकलाना एक भाषण विकार है जो भाषण के प्रवाह में रुकावट पैदा करता है। यह दुनिया में सबसे आम संचार विकारों में से एक है, जिससे 70 मिलियन से अधिक लोग प्रभावित हैं।
अंतर्राष्ट्रीय हकलाना जागरूकता दिवस हकलाने के बारे में अधिक जानने और हकलाने वाले लोगों के प्रति समर्थन दिखाने का एक अवसर है। यह हकलाने के बारे में मिथकों और रूढ़ियों को चुनौती देने और स्वीकार्यता और समझ को बढ़ावा देने का भी दिन है।
0 Comments